Gond katira kya hota hai यह अक्सर लोगों को चौंका देने वाला नाम है और जो लोग इसके बारे में नहीं जानते वो अक्सर इसके बारे में जानने के इच्छुक होते हैं। Gond katria को इंग्लिश में Tragacanth Gum कहते हैं। यह पेड़ों से निकलने वाला एक ऐसा पदार्थ है जो गोंद की तरह होता है। क्यूंकि यह चिपचिपा होता है इसलिए इसे गोंद कतीरा कहा जाता है। इसे अक्सर गर्मियों में ही खाया जाता है क्यूंकि यह हमारे शरीर को ठंडक देता है और गर्मी के मौसम में हमारी एनर्जी को भी बनाये रखने में मदद करता है। आज के इस ब्लॉग में हम इस बहुत ही अध्भुत पदार्थ के बारे में आपको बताते है जो की बहुत ही लाभदायी होता है।
Gond katira kya hota hai ?
Gond katira एक कांटेदार पौधा ट्रैगैकैंथ का रस होता है, यह एक कांटेदार और कम उगने वाला पौधा होता है। Gond katira अधिकतर मध्य पूर्व के पर्वतीय क्षेत्रों में पाया जाता है। इस पौधे के गोंद का सबसे अधिक उत्पादन ईरान में होता है, जिसे हिंदी में गोंद कतीरा भी कहा जाता है। Gond katira एक बिना स्वाद वाला चिपचिपा पदार्थ है जिसका कोई स्वाद और सुगंध नहीं होती। लेकिन इसके बावजूद यह हमारे लिए इतने फायदे देता है की इसके प्रयोग से बहुत सी बिमारियों के लिए दवाइयां भी बनाई जाती है।
Gond katira kya hota hai ? इसे पहले Tragacanth नामक पौधे के रस के रूप में निकला जाता है और फिर इसे सुखाया जाता है। इसमें पहले चीरा आम तौर पर जमीन के स्तर से 5 सेमी नीचे लगाया जाता है और फिर इसके रस को इकट्ठा किया जाता है और फिर उस रस को गुच्छे या क्रिस्टल के रूप में सुखाया जाता है। सूखने के बाद इसे बाजार में बेचा जाता है और जब हमे इसे खाना होता तो हमे इसे लगभग 12 घंटों के लिए भिगो कर रखना पड़ता है और फिर इसका उपयोग किया जाता है। ट्रैगैकैंथ गोंद पौधे की जड़ों और तने में चीरा लगाकर निकाला जाता है।
Gond katira kaise खाया जाता है ?
जैसा की हमने ऊपर बताया है की गोंद कतीरा को भिगोने के बाद खाने के लिए उपयोग किया जाता है। इसे खाना बहुत आसान होता है क्यूंकि आपको इसे बस रात भर या लगभग 10 घंटों के लिए भिगोने के बाद यह फूल भी जाता है और यह फिर खाने के लिए तैयार भी हो जाता है। आप इसे किसी भी चीज़ में डालकर खा सकते हो।
आप इसे सलाद के लिए ड्रेसिंग के रूप में , किसी भी ड्रिंक में डालकर या दूध में डालकर खा सकते हो। अगर हम इसका सेवन सर्दियों में करना चाहे तो आप सर्दियों में इसे लड्डू बनाने की विधि में शामिल करके इस्तेमाल कर सकते हो। गोंद कतीरा लड्डू और पंजीरी जैसी रेसिपी में उन्हें इकट्ठा करने के काम में भी आता है।
गोंद कतीरा में कितना पोषण होता है ?
Gond katira kya hota hai ? गोंद कतीरा क्रिस्टलीय जड़ी-बूटियाँ आहार फाइबर और प्राकृतिक प्रीबायोटिक्स का एक अविश्वसनीय स्रोत हैं जो शरीर की गर्मी को काफी हद तक कम करने में सहायता करती हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और स्वस्थ fat सहित प्रमुख मैक्रोन्यूट्रिएंट्स शामिल हैं।
गोंद कतीरा के प्रति 100 ग्राम का पोषण मूल्य कुछ इस प्रकार से है :-
- कैलोरी 70
- कुल fat 86 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट 35 ग्राम
- फाइबर 30 ग्राम
- प्रोटीन 9.51 ग्राम
- सोडियम 9 ग्राम
गोंद कतीरा खाने के फायदे क्या हैं ?
Gond katira (ट्रैगैकैंथ) गोंद से कई सारे स्वास्थ्य लाभ जुड़े हुए हैं। इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि गोंद कतीरा गर्मियों के दौरान शरीर को ठंडा करता है और सर्दियों में शरीर को गर्म करता है। आइये हम आपको (ट्रैगैकैंथ) गोंद कतीरा के कुछ स्वास्थ्य बता रहे है:-
1 . हीट स्ट्रोक का इलाज करने वाली गोंद कूलिंग एजेंट के रूप में काम करती है। गर्मी के दिनों में गोंद को पानी में भिगोकर और जब वह फूला हुआ हो जाए तो उससे पेय बनाकर पीया जा सकता है।
2 . गोंद कतीरा अपने रोचक गुणों के कारण कब्ज के इलाज के लिए भी बहुत प्रभावी है।
3 . ट्रैगैकैंथ गम कामेच्छा बढ़ाने और पुरुषों में यौन अपर्याप्तता या कमजोरी के इलाज के लिए भी बहुत प्रभावी माना जाता है।
4 . गोंद कतीरा के रस में एंटी-एजिंग गुण होते हैं, जो आपकी त्वचा के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह झुर्रियों और महीन रेखाओं के प्रभाव को भी कम करता है।
5 . गोंद कतीरा गोंद उन महिलाओं के लिए हर्बल उपचार का एक हिस्सा है जिनके स्तन छोटे हैं और वे अपना आकार बढ़ाना चाहती हैं।
6 . ट्रैगैकैंथ गोंद एक नई मां के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है जो प्रसव के बाद कमजोर हो जाती है। ऐसा कहा जाता है कि यह मां और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद होता है।
7 . गोंद कतीरा में खांसी को ठीक करने के लिए एंटी-एलर्जी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।
8 . गोंद कतीरा में शरीर के मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाने का गुण होता है। गोंद कतीरा का सेवन आपके पाचन को बढ़ाता है और यह हमारे वजन को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।
Gond katira kya hota hai ?
गोंद कतीरा के सिर्फ स्वस्थ्य लाभ ही नहीं है इसके इलावा भी ट्रैगैकैंथ गोंद का उपयोग कई अन्य उद्योगों में भी किया जाता है। इसके कुछ अन्य उपयोगों में कुछ निचे बताई गयी चीज़ें शामिल हैं:-
1 . गोंद कतीरा चमड़े के सामान या चमड़े की ड्रेसिंग के लिए पॉलिश के रूप में काम आता है।
2 . गोंद कतीरा रेशम और क्रेप्स के लिए कपड़ा प्रिंट पेस्ट में उपयोग आता है।
3 . गोंद कतीरा मलहम और क्रीम में गाढ़ेपन या चिकनाई के रूप में, बालों या हाथों के लिए लोशन में भी इस्तेमाल किया है इनमे इसे इसलिए इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह इन सभी की शेल्फ जीवन को बढ़ाता है।
4 . गोंद कतीरा टूथपेस्ट में भी एक निलम्बन कारक के रूप में कार्य करता है।
गोंद कतीरा के साइड इफेक्ट क्या हैं ?
Gond katira kya hota hai गोंद कतीरा में बहुत सारे लाभ प्रदान करता है, लेकिन अगर इसका सेवन कम मात्रा में और सही तरीके से न किया जाए तो इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। यदि आप इसे पर्याप्त पानी के साथ नहीं लेते हैं, तो पाचन तंत्र में रुकावट पैदाकर सकता है ।
इसका उपयोग करने के बाद ,आपको दम घुटने की समस्या से बचने के लिए खूब पानी पीना चाहिए। चूंकि यह लोकोवीड पौधों से प्राप्त होता है, इसलिए इसे न्यूनतम मात्रा में खाकर पहले चेक कर लें की कहीं इसका सेवन करने से आपको कोई एलर्जी तो नहीं हो रही है। सांस की समस्या वाले लोगों के लिए, गोंद कतीरा के किसी भी रूप में सेवन करने से बचना ही सबसे अच्छा है।
Gond katira kya hota hai इसका सारांश :-
गोंद कतीरा अपने उच्च हाइड्रेटिंग और ठन्डे गुणों के लिए जाना जाता है, जो इसे गर्मी के मौसम के लिए एक आदर्श पदार्थ बनाता है। यह गर्म मौसम के दौरान शरीर को ठंडा करने में मदद करता है और गर्मी से संबंधित बीमारियों जैसे हीट स्ट्रोक, थकावट और निर्जलीकरण को रोक सकता है।
यह कब्ज, अनियमित मल त्याग और दस्त जैसे पाचन संबंधी मुद्दों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि इसमें फाइबर और एंजाइम की प्रचुर मात्रा होती है और यह एक प्राकृतिक रेचक के रूप में कार्य करता है। इसके अतिरिक्त, यह प्रतिरक्षा को बढ़ा सकता है, वजन घटाने में सहायता कर सकता है और हड्डियों की मजबूती को बढ़ावा दे सकता है।